भूत प्रेत लगने के लक्षण और बचने का उपाय
क्या आपने भूत प्रेत को देखा है या उनके बारे में सुना है भारत में ऐसी बहुत सी जगह है जहां भूतों और प्रेतों का बसेरा है और वहां के लोगों ने उन्हें देखा भी है और वहां से चिल्लाने की आवाजें आती है इस बात का भी दावा करते है। भूत प्रेत ज्यादातर खाली स्थानों में पाए जाते है ऐसी जगह जहां बहुत समय से किसी का आना जाना नहीं है।
अगर आप परमात्मा में विश्वास रखते है तो आपको भूत प्रेतों में भी विश्वास रखना चाहिए क्योंकि सकारात्मक चीजें है तो नकारात्मक चीजें भी है अगर आप भी भूत प्रेतों को देखना चाहते है तो उस स्थान पर अमावस्या के दिन जाएं जो स्थान या तो खंडर हो या जंगलों में बहुत दिनों से बंद पड़ा हो ऐसी जगह पर अमावस्या के दिन अगर आप जाएंगे तो वह आपको सक्रिय मात्रा में दिखाई देंगे। भूत प्रेत की अनेकों प्रजातियां होती है जैसे :- भूत, प्रेत, पिसाच, जिन्न, ब्रह्मराक्षस, शाकिनी, चुड़ैल, यक्ष आदि प्रकार की इनकी प्रजातियां जोती है ।
कैसे पता करें कि भूत पीछे पड़ा है : दोस्तों भूत अगर किसी पर है तो उसके क्रिया या कर्म से पता चल जाता है कि उसपर किस प्रकार के भूत का साया है जैसे : भूत पीड़ा, पिशाच पीड़ा, प्रेत पीड़ा, शकीनी पीड़ा, चुड़ैल पीड़ा, यक्ष पीड़ा, ब्रह्म राक्षस पीड़ा, डाकिनी पीड़ा दोस्तों यह सभी अलग अलग भूतों द्वारा दिए गए मानव को कष्ट है जिनके बारे में एक एक करके हम आपको बताने वाले है।
भूत पीड़ा : दोस्तों भूत पीड़ा होने पर व्यक्ति की आंखे लाल होने लगती है शरीर में दर्द बना रहता है और अगर उसे गुस्सा आ जाए तो वह एक साथ बहुत लोगों को गिरा सकता है और अगर मूड अच्छा हो तो वह अच्छी बातें भी करता है ।
पिशाच पीड़ा : पिशाच गंदे होते है उसी प्रकार जो इनसे प्रभावित होता है वह भी हमेशा गंदे कर्म ही करता है जैसे : नाले का पानी पीना, अकेले रहना, खराब खाना खाना, गाली देना, नहीं नहाना, नग्न हो जाना इस प्रकार के गलत कार्य पिशाच से प्रभावित व्यक्ति करता है ।
प्रेत पीड़ा : दोस्तों जो व्यक्ति प्रेत से पीड़ित होता है वह हमेशा गुस्सा होता है वह चिल्लाता है इधर से उधर भागता है किसी पर विश्वास नहीं करता है उसे भूख नहीं लगता है वह हर समय नकारात्मक सोचता है अपने लिए बुरा सोचता है दूसरों को बुरा कहता है।
शाकिनी पीड़ा : शाकिनी की पीड़ा से ज्यादातर पीड़ित महिलाएं ही रहती है इससे पीड़ित महिलाएं हमेशा दुखी ही रहती है उनके पूरे शरीर में हमेशा दर्द ही बना रहता है पीड़ित महिला की आंखे हमेशा दर्द ही करती रहती है वह अक्सर कांपती रहती है ऐसी महिलाओं में यह भी देखा गया है कि वह बीच बीच में बेहोश भी हो जाती है रोना, चिल्लाना इसमें मामूली है शाकिनी पीड़ित महिलाओं को बहुत ही परेशान करती है ।
चुड़ैल पीड़ा : चुड़ैल पीड़ा भी अक्सर स्त्रियों को ही होती है इसमें स्त्री का मांसाहारी हो जाना । कम बोलना, हमेशा मुस्कुराते रहना । धोका देना ऐसी स्त्रियों की खास बात है।
यक्ष द्वारा पीड़ित : यक्ष द्वारा पीड़ित व्यक्ति की आवाजें धीमी हो जाती है उसके गति में तेजी आ जाती है वह तेज चलने लगता है उसकी पसंद लाल रंग हो जाती है वह अक्सर आंखो से इशारा करने लगता है । उसकी आंखो में परिवर्तन आ जाता है उसकी आंख तांबे कलर की और आंख गोल हो जाती है यह यक्ष द्वारा पीड़ित व्यक्ति की निशानी है।
ब्रह्मराक्षस पीड़ा : दोस्तों ब्रह्म राक्षस से पीड़ित व्यक्ति बहुत ही शक्तिशाली हो जाता है वह किसी भी प्रकार का कार्य आसानी से कर सकता है वह हमेशा अनुशासन में ही रहता है उसका मकसद किसी को भी परेशान नहीं करना होता है वह अपने ही मस्ती में मस्त रहता है और यह अधिक खाना खाते है और एक स्थान पर घंटों बैठे रहते है दोस्तों वैसे तो इन्हे शरीर से निकालना बहुत कठिन होता है दोस्तों ऐसे ही बहुत प्रकार के भूत हमारे आसपास है जिनका लक्षण और लक्ष्य अलग अलग अलग होता है।
इस प्रकार से पता लगाया जा सकता है की कौन सा भूत पीछे पड़ा है हमने यहां पर आपको बताया कि भूत द्वारा अगर कोई परेशान है तो उसे किस किस प्रकार की पीड़ा हो सकती है।
भूत प्रेत से हमेशा के लिए बचने का उपाय :-
अगर आप भी भूत, प्रेत, डाकिनी, शाकिनी, गंधर्व, बेताल, ब्रह्मराक्षस, चुड़ैल, जिन्न आदि से परेशान है तो इससे आप बहुत आसानी से छुटकारा पा सकते है हमारे पूज्य गुरुदेव के द्वारा दिए गए महाशक्तिशाली ताबीज से आप इन सभी से मुक्ति पाकर अपने जीवन को सुखमय बना सकते है ताबीज मात्र ₹251 में आपको घर बैठे प्राप्त हो जाएगी ।
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